मंगलवार, 2 दिसंबर 2025

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम – मिसाइल मैन ऑफ इंडिया | एक प्रेरणादायक जीवन कथा



डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जीवन, संघर्ष, विज्ञान यात्रा और भारत के मिसाइल कार्यक्रम में उनके योगदान पर 1000+ शब्दों का प्रेरणादायक लेख। छात्रों और युवाओं के लिए मोटिवेशन से भरी कहानी।



प्रस्तावना: भारत का वैज्ञानिक जो दिलों में बस गया

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम… एक ऐसा नाम जिसे भारत ही नहीं, दुनिया सम्मान से याद करती है।
कोई उन्हें मिसाइल मैन ऑफ इंडिया कहता है, कोई पीपुल्स प्रेसिडेंट।
और कुछ लोग उन्हें युवाओं का मार्गदर्शक मानते हैं।

रॉकेट से लेकर राष्ट्र निर्माण तक—उनकी पूरी यात्रा संघर्ष, मेहनत, निष्ठा और देशप्रेम की मिसाल रही है।



1. बचपन: मुश्किलों के बीच जन्मा एक सपनों वाला बच्चा

15 अक्टूबर 1931, तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक साधारण परिवार में जन्मे अबुल पकीर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम के लिए जीवन आसान नहीं था।

पिता नाव चलाते थे

माँ घर चलाने के लिए संघर्ष करती थीं

बचपन में अखबार बेचकर पैसे कमाते थे


लेकिन सपने बड़े थे और नीयत साफ…
“एक छोटा बच्चा, बड़े सपने, और उससे भी बड़े लक्ष्य।”



2. शिक्षा और विज्ञान से जुड़ाव

डॉ. कलाम बचपन से ही विज्ञान और उड़ान को लेकर आकर्षित थे।
उन्होंने भौतिकी और फिर एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पढ़ाई की।

कोट:
“सपने वो नहीं जो सोते समय देखे जाएं, सपने वो हैं जो आपको सोने न दें।”


3. ISRO में शुरुआत: भारत को मिला पहला सैटलाइट लॉन्च वाहन

1969 में डॉ. कलाम ने ISRO जॉइन किया।
यहाँ उन्होंने भारत का पहला SLV-3 (Satellite Launch Vehicle) बनाया।

SLV-3 ने 1980 में रोहिणी सैटेलाइट को कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया—
और भारत अंतरिक्ष शक्तियों की सूची में आ गया।

यह भारत के इतिहास का स्वर्णिम क्षण था।


4. DRDO और मिसाइल कार्यक्रम – “मिसाइल मैन” बनने का सफर

1980 के दशक में डॉ. कलाम DRDO पहुंचे और भारत के Integrated Guided Missile Development Programme (IGMDP) का नेतृत्व किया।

इस टीम ने भारत को मिसाइल टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनाया:

अग्नि मिसाइल

प्रहार

आकाश

नाग

त्रिशूल


इन सफलताओं ने दुनिया को दिखाया—
भारत अब किसी के सामने झुकने वाला देश नहीं है।



5. पोखरण परमाणु परीक्षण: भारत की शक्ति का उद्घोष

1998 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के समय पोखरण में किए गए Operation Shakti में डॉ. कलाम मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार थे।

भारत दुनिया के परमाणु शक्ति संपन्न देशों की सूची में शामिल हो गया।
यह उनके नेतृत्व और दूरदर्शिता की सबसे बड़ी पहचान थी।


6. भारत के 11वें राष्ट्रपति – “The People’s President”

2002 में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति बने।

वे पहले ऐसे राष्ट्रपति थे—

जो वैज्ञानिक थे

जो बच्चों-समान सरल थे

जिन्हें भारत का हर नागरिक अपना मानता था


उन्होंने कहा था—
“मैं राजनीति में नहीं, देश में विश्वास रखता हूँ।”



7. युवाओं के प्रेरणास्रोत – मोटिवेशन का दूसरा नाम

डॉ. कलाम अपने सरल स्वभाव, विनम्रता और प्रेरणादायक विचारों के कारण युवाओं के सबसे बड़े आइकन बन गए।

कुछ प्रमुख विचार:

“महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।”

“अगर आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलना सीखें।”

“सीखना कभी मत छोड़िए, क्योंकि जीवन सिखाना कभी नहीं छोड़ता।”



8. अंतिम क्षण भी कर्तव्य के नाम

27 जुलाई 2015 को शिलांग में एक लेक्चर देते हुए ही उनका निधन हो गया।
यह था—
“मृत्यु भी एक कर्तव्य निभाते हुए।”

उनका जीवन जैसे एक किताब था— प्रेरणा की, समर्पण की, और देशभक्ति की।



निष्कर्ष: डॉ. कलाम – एक इंसान नहीं, एक पूरा युग

भारत ने कई महान लोग देखे हैं,
लेकिन डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जैसा इंसान…
शायद सदियों में एक बार जन्म लेता है।

उनका संदेश हर युवा के लिए मार्गदर्शन है—
"सपना देखो, मेहनत करो, और देश के लिए जियो।”


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