भारत छोड़ो आंदोलन (1942) भारतीय स्वतंत्रता का निर्णायक मोड़ था। जानिए “करो या मरो” के नारे के पीछे की कहानी, गांधीजी का नेतृत्व और भारत की आज़ादी की दिशा में इसकी ऐतिहासिक भूमिका।
🌅 परिचय
भारत छोड़ो आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास का वह अध्याय है, जिसने अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी थी। यह आंदोलन 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के नेतृत्व में प्रारंभ हुआ था, जब उन्होंने “करो या मरो (Do or Die)” का नारा दिया। इस आंदोलन ने स्वतंत्रता की अंतिम जंग का शंखनाद किया और पूरे भारत को एकजुट कर दिया।
🇮🇳 पृष्ठभूमि
1940 के दशक की शुरुआत में ब्रिटिश सरकार द्वितीय विश्व युद्ध में फँसी हुई थी। भारत को भी बिना किसी परामर्श के इस युद्ध में झोंक दिया गया।
इससे भारतीयों में असंतोष फैल गया। कांग्रेस ने बार-बार ब्रिटिश सरकार से भारत को स्वतंत्र करने की मांग की, लेकिन ब्रिटेन ने केवल आधे-अधूरे वादे किए।
1942 में जब “क्रिप्स मिशन” विफल हो गया, तब महात्मा गांधी ने स्पष्ट कहा —
“अब बहुत हो गया, अंग्रेजों को भारत छोड़ना ही होगा।”
🗓️ आंदोलन की शुरुआत
8 अगस्त 1942 को मुंबई के गोवालिया टैंक मैदान (अब अगस्त क्रांति मैदान) में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की बैठक हुई।
गांधीजी ने वहाँ से ऐतिहासिक भाषण दिया —
“अंग्रेजों! भारत छोड़ो।”
“करो या मरो, स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।”
अगले ही दिन गांधीजी, नेहरू, पटेल, आचार्य कृपलानी और अन्य सभी बड़े नेता गिरफ्तार कर लिए गए।
🔥 जनता की प्रतिक्रिया
नेताओं की गिरफ्तारी के बावजूद, आंदोलन थमा नहीं।
देशभर में युवाओं, छात्रों, किसानों, मजदूरों ने स्वतःस्फूर्त रूप से आंदोलन को आगे बढ़ाया।
रेलवे ट्रैक तोड़े गए, टेलीफोन लाइनें काटी गईं, सरकारी भवनों पर कब्जा किया गया।
बिहार के जयप्रकाश नारायण ने भूमिगत होकर आंदोलन का नेतृत्व किया।
राम मनोहर लोहिया, अरुणा आसफ अली, और उषा मेहता जैसे युवाओं ने गुप्त रेडियो स्टेशन चलाकर संदेश प्रसारित किए।
⚔️ ब्रिटिश दमन नीति
अंग्रेजों ने इस आंदोलन को कुचलने के लिए कठोर कदम उठाए —
पुलिस ने हजारों लोगों को जेल में डाल दिया।
गोलीबारी से सैकड़ों भारतीय शहीद हुए।
प्रेस पर सेंसरशिप लगाई गई।
लेकिन जनता का उत्साह नहीं टूटा। हर गाँव, हर गली में “भारत छोड़ो” का नारा गूंजने लगा।
🌄 आंदोलन का प्रभाव
हालांकि आंदोलन तत्काल सफलता नहीं दिला सका, लेकिन इसने एक बात साफ कर दी —
अब अंग्रेजों के लिए भारत पर शासन करना असंभव है।
ब्रिटिश सरकार समझ गई कि भारत के लोग स्वतंत्रता के लिए अब कोई भी बलिदान देने को तैयार हैं।
यह आंदोलन भारत की आज़ादी का निर्णायक मोड़ बना, जिसके बाद 1947 में स्वतंत्रता मिली।
🧘♂️ गांधीजी का संदेश
“करो या मरो” का अर्थ हिंसा नहीं, बल्कि आत्मबल और सत्याग्रह की चरम सीमा था।
यह गांधीजी की सबसे सशक्त पुकार थी, जिसने हर भारतीय को झकझोर दिया।
🪔 निष्कर्ष
भारत छोड़ो आंदोलन केवल राजनीतिक अभियान नहीं था, यह जनता की आत्मा की पुकार थी।
इस आंदोलन ने हमें सिखाया कि जब पूरा देश एकजुट होकर उठ खड़ा होता है, तब कोई भी शक्ति उसे रोक नहीं सकती।
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🧭 भारत छोड़ो आंदोलन (1942) – बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1. भारत छोड़ो आंदोलन कब प्रारंभ हुआ था?
A) 15 अगस्त 1947
B) 8 अगस्त 1942
C) 26 जनवरी 1930
D) 23 मार्च 1931
✅ उत्तर: B) 8 अगस्त 1942
प्रश्न 2. भारत छोड़ो आंदोलन का नारा किसने दिया था?
A) सुभाष चंद्र बोस
B) जवाहरलाल नेहरू
C) महात्मा गांधी
D) बाल गंगाधर तिलक
✅ उत्तर: C) महात्मा गांधी
प्रश्न 3. भारत छोड़ो आंदोलन कहां से प्रारंभ किया गया था?
A) दिल्ली
B) मुंबई (गोवालिया टैंक मैदान)
C) अहमदाबाद
D) इलाहाबाद
✅ उत्तर: B) मुंबई (गोवालिया टैंक मैदान)
प्रश्न 4. गांधीजी का प्रसिद्ध नारा “करो या मरो” किस आंदोलन से जुड़ा है?
A) असहयोग आंदोलन
B) सविनय अवज्ञा आंदोलन
C) भारत छोड़ो आंदोलन
D) खिलाफत आंदोलन
✅ उत्तर: C) भारत छोड़ो आंदोलन
प्रश्न 5. भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान गांधीजी को कहां कैद किया गया था?
A) यरवदा जेल
B) अहमदनगर किला
C) नासिक जेल
D) अंडमान की जेल
✅ उत्तर: B) अहमदनगर किला
प्रश्न 6. “करो या मरो” का अर्थ गांधीजी के अनुसार क्या था?
A) हिंसक संघर्ष
B) आत्मबल और सत्याग्रह
C) विदेशी सहायता
D) सशस्त्र क्रांति
✅ उत्तर: B) आत्मबल और सत्याग्रह
प्रश्न 7. भारत छोड़ो आंदोलन के समय भारत का वायसराय कौन था?
A) लॉर्ड माउंटबेटन
B) लॉर्ड लिनलिथगो
C) लॉर्ड वेवेल
D) लॉर्ड इरविन
✅ उत्तर: B) लॉर्ड लिनलिथगो
प्रश्न 8. भारत छोड़ो आंदोलन को किस अन्य नाम से जाना जाता है?
A) अगस्त क्रांति
B) नमक सत्याग्रह
C) होम रूल आंदोलन
D) सविनय अवज्ञा
✅ उत्तर: A) अगस्त क्रांति
प्रश्न 9. भारत छोड़ो आंदोलन में भूमिगत रेडियो स्टेशन चलाने वाली महिला कौन थीं?
A) कस्तूरबा गांधी
B) उषा मेहता
C) सरोजिनी नायडू
D) विजयलक्ष्मी पंडित
✅ उत्तर: B) उषा मेहता
प्रश्न 10. भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान “जयप्रकाश नारायण” ने क्या भूमिका निभाई थी?
A) ब्रिटिश सेना में शामिल हुए
B) भूमिगत होकर आंदोलन का नेतृत्व किया
C) जेल में रहे
D) आंदोलन का विरोध किया
✅ उत्तर: B) भूमिगत होकर आंदोलन का नेतृत्व किया
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