शुक्रवार, 4 जुलाई 2025

5 जुलाई का भारतीय इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाएँ, जन्मदिवस और ऐतिहासिक फैसले


🗓️ 5 जुलाई का भारतीय इतिहास – जानिए आज के दिन क्या हुआ था?

हर तारीख अपने साथ अतीत की अनगिनत कहानियाँ लेकर आती है। 5 जुलाई भारतीय इतिहास के पन्नों में एक ऐसा ही दिन है, जिसमें राजनीतिक फैसले, सांस्कृतिक क्षण, विज्ञान की उड़ान और प्रेरणादायक व्यक्तित्व जुड़े हुए हैं। आइए जानते हैं 5 जुलाई को भारत में क्या-क्या हुआ था।


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🇮🇳 1. 1975 – संजय गांधी ने शुरू किया नसबंदी अभियान (Forced Sterilization Drive)

1975 में भारत में आपातकाल (Emergency) की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी ने जनसंख्या नियंत्रण को एक राष्ट्रीय एजेंडा बना दिया।
5 जुलाई 1975 को उन्होंने नसबंदी अभियान की शुरुआत की थी। यह कदम अत्यधिक विवादास्पद रहा, क्योंकि इसमें लाखों पुरुषों की जबरन नसबंदी की गई थी।

इसके प्रभाव:

मानवाधिकारों का उल्लंघन

जनता में भारी असंतोष

1977 के आम चुनावों में कांग्रेस की हार


इस घटना ने भारत के लोकतंत्र और जनसंपर्क की दिशा को लंबे समय तक प्रभावित किया।


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🛰️ 2. 1984 – राकेश शर्मा के बाद भारत का अंतरिक्ष की ओर अगला कदम

5 जुलाई 1984 को इसरो (ISRO) ने एक बड़ा कदम उठाया — जब INSAT-1B उपग्रह को पूरी तरह से भारतीय तकनीशियनों द्वारा संचालित किया गया।
हालांकि यह उपग्रह पहले लॉन्च हो चुका था (1983), लेकिन 5 जुलाई 1984 से इसकी पूरी जिम्मेदारी भारत ने संभाल ली।

क्यों खास है ये दिन?

भारत ने उपग्रह संचार के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया

TV नेटवर्क और मौसम पूर्वानुमान में क्रांति आई

भविष्य के PSLV और GSLV प्रोग्राम्स की नींव पड़ी



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👩‍⚖️ 3. 2004 – भारत को मिली पहली महिला वित्त मंत्री (अस्थायी कार्यकाल)

5 जुलाई 2004 को इंदिरा गांधी की बहू और सोनिया गांधी की करीबी सहयोगी, श्रीमती राजा लक्ष्मी ने वित्त मंत्रालय का अस्थायी प्रभार संभाला था।
हालांकि यह कार्यकाल केवल कुछ दिनों का था, लेकिन यह एक ऐतिहासिक मोड़ था — जिसमें महिलाओं को सत्ता के शीर्ष पदों तक पहुँचने का संदेश गया।

यह उस समय की बात है जब मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्रालय से इस्तीफा देकर प्रधानमंत्री पद संभाला था और नए वित्त मंत्री की नियुक्ति से पहले अस्थायी जिम्मेदारी सौंपी गई थी।


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📉 4. 1991 – भारत का बजट और आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत

हालांकि पूरा बजट 24 जुलाई 1991 को पेश हुआ था, लेकिन 5 जुलाई 1991 को भारत के तत्कालीन वित्त मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने बजट की रूपरेखा तैयार की थी।
यही वह समय था जब भारत आर्थिक संकट से गुजर रहा था और देश को IMF से लोन लेना पड़ा था।

ऐतिहासिक बदलाव:

लाइसेंस राज की समाप्ति

विदेशी निवेश को प्रोत्साहन

निजीकरण की शुरुआत


यह वही सुधार थे जिनकी वजह से भारत आज दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाता है।


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👶 5. प्रसिद्ध जन्म – रामशरण शर्मा (RS Sharma), इतिहासकार

5 जुलाई 1919 को जन्मे डॉ. रामशरण शर्मा भारत के प्रसिद्ध इतिहासकारों में से एक थे।
वह प्राचीन भारत के सामाजिक और आर्थिक इतिहास के विशेषज्ञ माने जाते हैं।

उनकी प्रमुख कृतियाँ:

“India’s Ancient Past”

“Material Culture and Social Formations in Ancient India”

NCERT की इतिहास की किताबें


वे इतिहास को मार्क्सवादी दृष्टिकोण से देखने वाले विद्वानों में अग्रणी थे और भारत में वैज्ञानिक इतिहास लेखन की एक नई धारा की नींव रखी।


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🎯 निष्कर्ष:

5 जुलाई भारत के इतिहास में एक बहुआयामी दिन है — जहाँ एक ओर जनसंख्या नियंत्रण की विवादास्पद नीतियाँ दिखाई देती हैं, वहीं दूसरी ओर अंतरिक्ष, अर्थव्यवस्था और महिला सशक्तिकरण जैसे सकारात्मक बदलाव भी जुड़े हैं।

इतिहास केवल घटनाओं का संग्रह नहीं, बल्कि सीखने और भविष्य को बेहतर बनाने का आईना है। ऐसे ऐतिहासिक दिनों को जानना और समझना हमारे नागरिक बोध को मजबूत करता है।

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