भारतीय इतिहास में 4 दिसंबर का दिन राजनीति, सैन्य इतिहास और उल्लेखनीय उपलब्धियों से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए महत्वपूर्ण है। यहाँ एक विस्तृत अवलोकन दिया गया है:
मुख्य ऐतिहासिक घटनाएँ:
1. नौसेना दिवस (भारत)
प्रतिवर्ष मनाया जाता है: 4 दिसंबर को भारत में नौसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि भारतीय नौसेना की उपलब्धियों और भूमिका का सम्मान किया जा सके।
महत्व: यह 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान कराची के बंदरगाह पर एक सफल नौसैनिक हमले, ऑपरेशन ट्राइडेंट की याद दिलाता है। इस ऑपरेशन ने पाकिस्तानी नौसेना को भारी नुकसान पहुँचाया था।
2. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना (1885)
इस दिन, बॉम्बे में इसके संस्थापक सत्र के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के गठन के प्रस्ताव पर बहस हुई थी। हालाँकि INC की औपचारिक स्थापना तिथि 28 दिसंबर है, लेकिन आधारभूत चर्चाएँ भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के लिए महत्वपूर्ण थीं।
3. गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण (1924)
किंग जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी की भारत यात्रा की याद में बनाया गया प्रतिष्ठित गेटवे ऑफ इंडिया औपचारिक रूप से बनकर तैयार हो गया और इसका उद्घाटन किया गया।
उल्लेखनीय जन्मदिन:
1. डॉ. आर. सी. मजूमदार (1888)
एक प्रसिद्ध इतिहासकार और विद्वान, डॉ. रमेश चंद्र मजूमदार ने भारत के इतिहास को दर्ज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से प्राचीन और मध्यकालीन भारत पर ध्यान केंद्रित करते हुए।
2. श्री अतुकुरी मोल्ला (1440)
आंध्र प्रदेश की एक संत कवि, मोल्ला सबसे शुरुआती तेलुगु महिला कवियों में से एक थीं और उन्हें भारतीय साहित्य में उनके योगदान के लिए जाना जाता था।
मृत्यु:
1. ई. पी. मेटकाफ (1949)
एक अंग्रेजी भौतिक विज्ञानी और प्रशासक जिन्होंने भारत में बड़े पैमाने पर काम किया, मेटकाफ औपनिवेशिक शासन के दौरान भारतीय उच्च शिक्षा में सुधार के साथ निकटता से जुड़े थे।
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