शुक्रवार, 29 नवंबर 2024

30 नवंबर: भारत में ऐतिहासिक महत्व

30 नवंबर: भारत में ऐतिहासिक महत्व

भारतीय इतिहास में 30 नवंबर से जुड़ी उल्लेखनीय घटनाएँ, जन्म और मृत्युएँ इस प्रकार हैं:

उल्लेखनीय घटनाएँ

1. मिज़ोरम का केंद्र शासित प्रदेश के रूप में गठन (1971)
30 नवंबर 1971 को, मिज़ोरम को आधिकारिक तौर पर भारत का केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया था। 1987 में राज्य का दर्जा प्राप्त करने से पहले यह इसके राजनीतिक विकास में एक महत्वपूर्ण कदम था।

2. पुरंदर की संधि (1776)
पुरंदर की संधि पर मराठा साम्राज्य और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच 30 नवंबर 1776 को हस्ताक्षर किए गए थे। इस संधि ने पहले की सालबाई संधि के क्षेत्रीय समझौतों की पुष्टि की।

3. अखिल भारतीय मुस्लिम लीग की स्थापना वर्षगांठ (1906)
हालाँकि सीधे तौर पर 30 नवंबर को इसकी तारीख़ नहीं बताई जाती है, लेकिन ढाका में अखिल भारतीय मुस्लिम लीग की स्थापना इसी समय के आसपास मनाई जाती है, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण क्षण है।

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प्रसिद्ध जन्म

1. सर जॉन स्ट्रेची (1823)
30 नवंबर 1823 को जन्मे स्ट्रेची भारत में प्रभावशाली ब्रिटिश औपनिवेशिक प्रशासक थे। उन्होंने ब्रिटिश राज के दौरान वित्तीय और प्रशासनिक सुधारों पर बड़े पैमाने पर काम किया।

2. जगदीश जोशी (1937)
प्रसिद्ध भारतीय कार्टूनिस्ट जगदीश जोशी का जन्म इसी दिन हुआ था। उनके कामों को उनके हास्य और सामाजिक टिप्पणी के लिए प्रमुखता मिली।

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प्रसिद्ध मृत्यु

1. सी. एन. अन्नादुरई (1909-1969)
हालाँकि उनका निधन इस दिन नहीं हुआ, लेकिन 30 नवंबर को अक्सर तमिलनाडु की राजनीति में उनके योगदान के लिए तमिल नेता और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के संस्थापक अन्नादुरई की विरासत को याद किया जाता है।

विविध

गुरु नानक जयंती (वर्ष के अनुसार अलग-अलग)
कभी-कभी, चंद्र कैलेंडर के आधार पर, 30 नवंबर को गुरु नानक जयंती मनाई जाती है।  यह दिन सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक की जयंती का दिन है।

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