25 नवंबर: भारत में ऐतिहासिक महत्व
25 नवंबर की तारीख भारतीय इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और स्मरणोत्सवों के लिए महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ मुख्य बातें दी गई हैं:
1. भारतीय संविधान को अपनाना (1949)
25 नवंबर 1949 को, भारत के संविधान का अंतिम मसौदा संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था, जो एक संप्रभु गणराज्य के रूप में भारत की यात्रा में एक ऐतिहासिक क्षण था। यह दस्तावेज़ आधिकारिक तौर पर 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ, जिसे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
2. महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस
भारत लिंग आधारित हिंसा के बारे में जागरूकता बढ़ाने और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन करने के लिए 25 नवंबर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित इस दिन को हर साल मनाता है। घरेलू हिंसा, दुर्व्यवहार और लैंगिक असमानता जैसे मुद्दों को संबोधित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और अभियान चलाए जाते हैं।
3. भीकाजी कामा की जयंती (1861)
एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी भीकाजी कामा का जन्म 25 नवंबर 1861 को बॉम्बे (मुंबई) में हुआ था। उन्हें भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका और 1907 में जर्मनी में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का पहला संस्करण फहराने के लिए याद किया जाता है।
4. मिजो शांति समझौता (1986)
मिजो शांति समझौते को औपचारिक रूप से 25 नवंबर 1986 को लागू किया गया था, जिससे दशकों के विद्रोह के बाद मिजोरम में शांति आई। इस समझौते ने राजनीतिक स्थिरता स्थापित की और राज्य के विकास का मार्ग प्रशस्त किया।
5. अन्य उल्लेखनीय घटनाएँ
1971: भारत ने बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की तैयारी जारी रखी, एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक संघर्ष जिसके परिणामस्वरूप 16 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश का निर्माण हुआ।
2011: भ्रष्टाचार को दूर करने के उद्देश्य से लोकपाल और लोकायुक्त विधेयक भारतीय संसद में पारित किया गया।
इस दिन जन्मे/स्मरण किए जाने वाले उल्लेखनीय व्यक्तित्व
वर्गीस कुरियन (1921–2012): भारत में श्वेत क्रांति के जनक के रूप में जाने जाते हैं, उनके प्रयासों ने भारत को विश्व स्तर पर दूध के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक बना दिया।
निष्कर्ष
25 नवंबर को भारत के संवैधानिक इतिहास, महिलाओं के अधिकारों और शांति-निर्माण प्रयासों में इसके योगदान के लिए याद किया जाता है, जिससे यह देश में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व का दिन बन जाता है।
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