रविवार, 24 नवंबर 2024

24 नवंबर को उल्लेखनीय घटनाएँ

भारतीय इतिहास में 24 नवंबर का दिन ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इस तिथि से जुड़ी उल्लेखनीय घटनाएँ, जन्म और मृत्युएँ इस प्रकार हैं:

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24 नवंबर को उल्लेखनीय घटनाएँ

1. प्लासी की लड़ाई की संधि पर हस्ताक्षर (1757):
बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच अलीनगर की संधि पर हस्ताक्षर किए गए, जिसने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व की नींव रखी। यह प्लासी की लड़ाई की प्रस्तावना थी।

2. गुरु तेग बहादुर की शहादत (1675):
सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर को इस्लाम धर्म अपनाने से इनकार करने पर दिल्ली में मुगल सम्राट औरंगजेब ने फांसी पर चढ़ा दिया था। इस घटना को सिख धर्म में धार्मिक स्वतंत्रता और बलिदान के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।

3. INS विक्रांत का लॉन्च (1961):
भारत के पहले विमानवाहक पोत, INS विक्रांत को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया।  इसने भारत की समुद्री रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खास तौर पर 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान।

4. भारत ने सार्क शिखर सम्मेलन की मेजबानी की (1995):
भारत ने नई दिल्ली में 8वें सार्क शिखर सम्मेलन की मेजबानी की, जहाँ सदस्य देशों ने क्षेत्रीय सहयोग और आर्थिक विकास पर चर्चा की।

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24 नवंबर को उल्लेखनीय जन्मदिन

1. लचित बोरफुकन (1622):
असम के महान अहोम सेनापति, सरायघाट की लड़ाई के दौरान अपने नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं, जहाँ उन्होंने मुगल सेना को हराया था।

2. तुषार कांति घोष (1891):
भारत के सबसे पुराने समाचार पत्रों में से एक अमृता बाज़ार पत्रिका के प्रख्यात पत्रकार और संपादक।

3. रजनीकांत श्रॉफ (1944):
"भारतीय कीटनाशक उद्योग के जनक" के रूप में जाने जाने वाले श्रॉफ, एग्रोकेमिकल्स में वैश्विक नेता यूपीएल लिमिटेड के संस्थापक हैं।

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24 नवंबर को उल्लेखनीय मौतें

1. गुरु तेग बहादुर (1675):
उनकी शहादत सिख इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो धार्मिक सहिष्णुता के उनके बचाव को उजागर करता है।

2. कर्मवीर भाऊराव पाटिल (1959):
एक समाज सुधारक और शिक्षाविद् जिन्होंने हाशिए पर पड़े समुदायों को शिक्षा प्रदान करने के लिए रयात एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना की।

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अन्य समारोह

गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस:
मुख्य रूप से सिखों द्वारा मनाया जाने वाला यह दिन धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए उनके सर्वोच्च बलिदान की याद का दिन है।

ये घटनाएँ भारत की समृद्ध विरासत में 24 नवंबर के विविध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करती हैं।

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