दादाभाई नौरोजी और उनके Drain of Wealth सिद्धांत ने भारत में आर्थिक शोषण की सच्चाई उजागर की। जानिए कैसे इस विचार ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी।
🧭 परिचय:
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रारंभिक नेताओं में दादाभाई नौरोजी का नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाता है। उन्हें “Grand Old Man of India” कहा जाता है। उन्होंने सबसे पहले अंग्रेज़ों की आर्थिक नीतियों की गहराई से आलोचना की और बताया कि भारत की गरीबी का मुख्य कारण “Drain of Wealth” यानी धन-निकासी सिद्धांत है।
📘 दादाभाई नौरोजी कौन थे?
जन्म: 4 सितंबर 1825, नवसारी (गुजरात)
पेशा: प्रोफेसर, व्यापारी, समाज सुधारक, और राजनेता
प्रसिद्ध उपाधि: “Grand Old Man of India”
योगदान: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में से एक
पहली बार ब्रिटिश संसद में चुने गए भारतीय (1892)
💡 Drain of Wealth सिद्धांत क्या है?
दादाभाई नौरोजी ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक “Poverty and Un-British Rule in India” (1901) में “Drain of Wealth Theory” प्रस्तुत की।
उन्होंने कहा कि भारत से हर वर्ष करोड़ों रुपये बिना किसी प्रतिफल के ब्रिटेन भेजे जा रहे हैं। यह भारत की आर्थिक दरिद्रता का मूल कारण है।
📊 धन-निकासी के मुख्य स्रोत (7 प्रमुख बिंदु):
1. अंग्रेज़ अधिकारियों के वेतन व पेंशन: भारत में सेवा करके उनकी तनख्वाह व पेंशन इंग्लैंड भेजी जाती थी।
2. सरकारी ठेके और लाभ: भारत की आय से अंग्रेज़ी कंपनियाँ भारी मुनाफ़ा कमाती थीं।
3. ब्रिटिश सेना का खर्च: भारत में तैनात सेना का खर्च भारतीय करदाताओं से वसूला जाता था।
4. निर्यात पर असमान व्यापार: कच्चा माल भारत से सस्ते दामों पर और तैयार माल महंगे दामों में भारत में बेचा जाता था।
5. शिक्षा व नौकरियों में भेदभाव: उच्च पदों पर अंग्रेज़ों का एकाधिकार था, जिससे धन बाहर चला जाता था।
6. रेलवे और टेलीग्राफ परियोजनाएँ: इनका लाभ ब्रिटिश निवेशकों को मिलता था, भारतीय जनता को नहीं।
7. राजकोषीय अधिशेष: भारत का अधिशेष राजस्व ब्रिटिश साम्राज्य के अन्य उपनिवेशों में उपयोग किया जाता था।
📈 दादाभाई नौरोजी की गणनाएँ:
उन्होंने अनुमान लगाया कि 1860–1880 के बीच भारत से प्रति वर्ष लगभग ₹20 करोड़ का धन ब्रिटेन भेजा गया।
यह धन भारतीय मजदूरों, किसानों और व्यापारियों की मेहनत से निकाला गया — जिसे उन्होंने “Economic Drain” कहा।
💬 Drain Theory का प्रभाव:
भारतीय जनता में राजनीतिक जागरूकता बढ़ी।
कांग्रेस के प्रारंभिक वर्षों में यह विषय केंद्रीय मुद्दा बना।
नौरोजी की इस सोच ने स्वदेशी आंदोलन (1905) को जन्म दिया।
गांधी, तिलक, गोखले जैसे नेताओं ने इसे आगे बढ़ाया।
🔍 आलोचना और महत्व:
कुछ ब्रिटिश अर्थशास्त्रियों ने नौरोजी की गणनाओं को अतिरंजित कहा,
लेकिन इतिहासकार मानते हैं कि उन्होंने भारत की आर्थिक लूट को वैज्ञानिक तरीके से प्रस्तुत किया,
और यह औपनिवेशिक शोषण का पहला अकादमिक प्रमाण था।
📚 प्रेरणादायक उद्धरण:
“Materially, morally, politically — the British rule has been a continuous impoverishment of India.”
— Dadabhai Naoroji
🌾 आज के भारत में इसका संदेश:
“Drain of Wealth” सिद्धांत आज भी हमें सिखाता है कि आर्थिक आत्मनिर्भरता (Atmanirbhar Bharat) कितनी आवश्यक है।
अगर हम अपने संसाधनों और उत्पादों का मूल्य नहीं पहचानेंगे, तो आधुनिक युग में भी “धन-निकासी” किसी न किसी रूप में जारी रहेगी।
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1. दादाभाई नौरोजी को किस उपाधि से जाना जाता है?
A) Father of Nation
B) Grand Old Man of India
C) Lion of Punjab
D) Iron Man of India
✅ उत्तर: B) Grand Old Man of India
2. दादाभाई नौरोजी ने “Drain of Wealth Theory” किस पुस्तक में प्रस्तुत की थी?
A) Economic Drain of India
B) British Rule and India
C) Poverty and Un-British Rule in India
D) Wealth and Poverty of India
✅ उत्तर: C) Poverty and Un-British Rule in India
3. Drain of Wealth सिद्धांत का मुख्य विचार क्या था?
A) भारत में धन का समान वितरण
B) भारत से ब्रिटेन को धन का बिना प्रतिफल निकास
C) भारत की औद्योगिक क्रांति
D) भारत में शिक्षा सुधार
✅ उत्तर: B) भारत से ब्रिटेन को धन का बिना प्रतिफल निकास
4. दादाभाई नौरोजी ब्रिटिश संसद के सदस्य किस वर्ष बने थे?
A) 1885
B) 1892
C) 1901
D) 1910
✅ उत्तर: B) 1892
5. Drain of Wealth सिद्धांत के अनुसार भारत की आर्थिक दरिद्रता का प्रमुख कारण क्या था?
A) कर प्रणाली
B) प्राकृतिक आपदाएँ
C) ब्रिटिश नीतियाँ और शोषण
D) भारतीय व्यापारियों की गलती
✅ उत्तर: C) ब्रिटिश नीतियाँ और शोषण
6. “Materially, morally, politically — the British rule has been a continuous impoverishment of India.” यह किसका कथन है?
A) महात्मा गांधी
B) गोपाल कृष्ण गोखले
C) दादाभाई नौरोजी
D) बाल गंगाधर तिलक
✅ उत्तर: C) दादाभाई नौरोजी
7. निम्न में से कौन-सा Drain of Wealth का स्रोत नहीं था?
A) अंग्रेज़ अधिकारियों का वेतन
B) भारतीयों के विदेश में निवेश
C) रेल परियोजनाओं का मुनाफ़ा
D) ब्रिटिश सेना का खर्च
✅ उत्तर: B) भारतीयों के विदेश में निवेश
8. Drain Theory ने किस आंदोलन को प्रेरणा दी?
A) असहयोग आंदोलन
B) स्वदेशी आंदोलन
C) भारत छोड़ो आंदोलन
D) सविनय अवज्ञा आंदोलन
✅ उत्तर: B) स्वदेशी आंदोलन
9. दादाभाई नौरोजी ने अनुमान लगाया कि 1860–1880 के बीच भारत से हर वर्ष लगभग कितना धन ब्रिटेन भेजा गया?
A) ₹10 करोड़
B) ₹15 करोड़
C) ₹20 करोड़
D) ₹30 करोड़
✅ उत्तर: C) ₹20 करोड़
10. Drain of Wealth सिद्धांत ने भारतीय जनता में क्या प्रभाव उत्पन्न किया?
A) धार्मिक सुधार
B) राजनीतिक जागरूकता
C) साहित्यिक आंदोलन
D) औद्योगिक क्रांति
✅ उत्तर: B) राजनीतिक जागरूकता
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