शनिवार, 26 अप्रैल 2025

27 अप्रैल से संबंधित भारत का संक्षिप्त इतिहास दिया गया है

27 अप्रैल से संबंधित भारत का संक्षिप्त इतिहास दिया गया है:

27 अप्रैल 1526: पानीपत की पहली लड़ाई (21 अप्रैल 1526 को) में अपनी जीत के बाद, बाबर ने दिल्ली और आगरा में अपनी स्थिति मजबूत कर ली। हालाँकि 21 अप्रैल युद्ध की तारीख है, लेकिन उसके बाद के दिनों में, जिसमें 27 अप्रैल भी शामिल है, बाबर ने उत्तर भारत में मुगल नियंत्रण को मजबूत किया, जिसने भारत में मुगल शासन की शुरुआत को चिह्नित किया।

27 अप्रैल 1930: बंगाली क्रांतिकारी सूर्य सेन ने 18 अप्रैल 1930 को अंग्रेजों के खिलाफ प्रसिद्ध चटगाँव शस्त्रागार छापे का नेतृत्व किया। हालाँकि 18 अप्रैल मुख्य घटना थी, लेकिन अप्रैल के अंत में कई झड़पें और ब्रिटिश जवाबी कार्रवाई हुई, जिसमें 27 अप्रैल के आसपास की झड़पें भी शामिल थीं।

 27 अप्रैल 1960: भारत और पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि वार्ता रूपरेखा पर हस्ताक्षर किए, जिसे बाद में सितंबर 1960 में हस्ताक्षरित संधि में औपचारिक रूप दिया गया। अप्रैल भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के अयूब खान के बीच वार्ता का एक महत्वपूर्ण दौर था।

27 अप्रैल 1972: मणिपुर, त्रिपुरा और मेघालय को जनवरी 1972 की शुरुआत में भारत में पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया और अप्रैल तक इन राज्यों ने अपनी विधानसभाएं और प्रशासनिक ढांचे बनाने शुरू कर दिए।

27 अप्रैल 2002: गुजरात दंगे (जो उस वर्ष की शुरुआत में शुरू हुए थे) गुजरात के कुछ हिस्सों में अभी भी जारी थे। अप्रैल में लगातार जांच और राजनीतिक उथल-पुथल देखी गई।

उल्लेखनीय जन्मदिन/मृत्यु:

सिंधिया राजघराने के एक प्रमुख भारतीय राजनेता माधव राव सिंधिया (1945-2001) भारतीय राजनीति में सक्रिय थे और उन्हें इसी समय के आसपास याद किया जाता है।

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