3 जनवरी: भारत में महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएँ
1. सावित्रीबाई फुले की जयंती (1831)
भारत की पहली महिला शिक्षिका और महिला शिक्षा की अग्रणी सावित्रीबाई फुले का जन्म इसी दिन महाराष्ट्र के नायगांव में हुआ था। अपने पति ज्योतिराव फुले के साथ मिलकर उन्होंने महिलाओं और वंचितों के लिए शिक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
समाज सुधारक और कवि के रूप में पहचानी जाने वाली सावित्रीबाई फुले की विरासत को हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान में उनके योगदान के लिए पूरे भारत में मनाया जाता है।
2. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा का गठन (1949)
आरएसएस की छात्र शाखा, जिसे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नाम से जाना जाता है, की औपचारिक स्थापना इसी दिन हुई थी। एबीवीपी भारत के सबसे बड़े छात्र संगठनों में से एक है, जो राष्ट्रवाद, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है।
3. पूर्वी भारत में पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन (1927)
पूर्वी भारत में पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन 3 जनवरी 1927 को हावड़ा और बर्दवान के बीच चली थी। यह भारतीय रेलवे और आधुनिक परिवहन के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।
4. न्यायमूर्ति एस.एम. सीकरी भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश बने (1971)
इस दिन, कॉलेजियम प्रणाली को अपनाने के बाद एस.एम. सीकरी को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पहले मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। न्यायिक स्वतंत्रता स्थापित करने में उनका कार्यकाल महत्वपूर्ण था।
ये घटनाएँ भारत की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को उजागर करती हैं, जो सामाजिक सुधार, शिक्षा और बुनियादी ढाँचे के विकास में इसकी प्रगति को दर्शाती हैं।
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