भारत में 22 दिसंबर को ऐतिहासिक घटनाएँ
1. राष्ट्रीय गणित दिवस (2012 से आगे):
यह दिन भारत के महानतम गणितज्ञों में से एक श्रीनिवास रामानुजन के सम्मान में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर 1887 को तमिलनाडु के इरोड में हुआ था। गणितीय विश्लेषण, संख्या सिद्धांत, अनंत श्रृंखला और निरंतर अंशों में उनका योगदान अद्वितीय है।
2. भारत में महारानी विक्टोरिया के प्रतिनिधि की मृत्यु (1805):
लॉर्ड कॉर्नवालिस के बाद भारत के गवर्नर-जनरल के रूप में कार्य कर रहे सर जॉर्ज बार्लो को अपने कार्यकाल के दौरान व्यापक अशांति और विद्रोह के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा। 22 दिसंबर 1805 को मैसूर विद्रोह एक महत्वपूर्ण चरण में पहुँच गया।
3. भारत के पहले परमाणु रिएक्टर, अप्सरा (1956) का पूरा होना:
इस दिन, भारत के पहले परमाणु रिएक्टर, अप्सरा ने परिचालन शुरू किया। यह भारत की आत्मनिर्भर परमाणु शक्ति बनने की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
4. आईआईटी कानपुर कंप्यूटर विज्ञान विभाग की स्थापना (1963):
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर ने 22 दिसंबर 1963 को अपने कंप्यूटर विज्ञान विभाग का आधिकारिक रूप से उद्घाटन किया, जो भारत में तकनीकी शिक्षा में एक मील का पत्थर साबित हुआ।
22 दिसंबर को प्रसिद्ध जन्मदिन
1. श्रीनिवास रामानुजन (1887):
महान गणितज्ञ जिनके सिद्धांत आधुनिक गणित को प्रभावित करते रहे हैं।
2. चरण सिंह (1902):
भारत के 5वें प्रधानमंत्री, जिन्हें ग्रामीण विकास और किसान कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए जाना जाता है।
22 दिसंबर को महत्वपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम
सबरीमाला में मकरविलक्कू की तैयारी शुरू:
केरल में, मकरविलक्कू उत्सव की तैयारियाँ इसी समय शुरू होती हैं, क्योंकि तीर्थयात्री इस भव्य आयोजन की प्रत्याशा में एकत्रित होते हैं।
मुझे बताएं कि क्या आपको इनमें से किसी भी आयोजन के बारे में अधिक जानकारी चाहिए!
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